लोगों को जागरूक करने ‘सूर्य रथ ’गांव-गांव घुमेगी रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, ...
लोगों को जागरूक करने ‘सूर्य रथ ’गांव-गांव घुमेगी
रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसके तहत घरों की छतों पर सौर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली प्राप्त की जा सकती है. यह योजना रूफटॉप सोलर के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और आमजनों के जीवन में आर्थिक मजबूती का आधार बन रही है। इस योजना से प्रदेश के ग्रामीण एवं शहरी दोनों ही उपभोक्ताओं को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है। लोग अब बिजली बिल की चिंता से मुक्त होकर सौर ऊर्जा के माध्यम से स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं। इसके प्रचार-प्रसार के लिए खैरागढ़ से ‘सूर्य रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिला कार्यालय परिसर, खैरागढ-गंडई-छुईखदाऩ से ‘सूर्य रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ जिले के शहरी और ग्रामीण अंचलों में भ्रमण कर लोगों को रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लाभ, सब्सिडी एवं वित्तीय सुविधा की जानकारी देगा।
आवेदन और प्रगति की स्थिति
कलेक्टर
खैरागढ-गंडई-छुईखदाऩ ने बजाया कि जिले में अब तक 340 उपभोक्ताओं ने योजना
का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 335 उपभोक्ताओं को मंजूरी
प्राप्त हो चुकी है। 10 घरों में सौर पैनल स्थापित हो गए हैं, जबकि 46 घरों
में कार्य प्रगति पर है। अधिकारियों के अनुसार योजना से मुफ्त और स्वच्छ
ऊर्जा उपलब्ध होगी, साथ ही जिले में स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी
बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में दी जा रही है सब्सिडी
योजना
के अंतर्गत उपभोक्ताओं को अधिकतम एक लाख 8 हजार रुपए तक की सब्सिडी प्रदान
की जाएगी। एक किलोवाट सोलर प्लांट पर 45 हजार, 2 किलोवाट पर 90 हजार और 3
किलोवाट पर एक लाख 8 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। उपभोक्ता केवल 10
प्रतिशत डाउन पेमेंट कर शेष राशि को 6 प्रतिशत ब्याज दर पर 10 वर्षों तक की
किस्तों में चुका सकेंगे। साथ ही, अतिरिक्त बिजली उत्पादन को बेचकर
उपभोक्ता आर्थिक लाभ भी कमा सकेंगे।
‘सूर्य रथ’ शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करेगी
‘सूर्य
रथ’ खैरागढ़, छुईखदान, गंडई, साल्हेवारा, अमलीपारा, जालबांधा, अतरिया,
पाण्डादाह और मुढ़ीपार सहित विभिन्न शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में
प्रचार-प्रसार करेगा। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान ऊर्जा
आत्मनिर्भरता, प्रदूषण मुक्त बिजली और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम
कदम है। इस पहल से ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों के उपभोक्ता
लाभान्वित होंगे और जिले को हरित ऊर्जा की ओर अग्रसर किया जाएगा।
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