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खबर जरा हटके: दुनिया का एक मात्र गांव जहां रहती है अकेली महिला, घूमने आते हैं टूरिस्ट Featured

बोलता गांव डेस्क।।IMG 20220528 145619

दुनिया में चाहे कोई भी देश हो, वो इंसानों से रोशन है. इंसान ही किसी जगह को जीवित बनाते हैं. लोग अपने रहने के लिए किसी जगह को बसाते हैं. यहां वो अपने जरुरत की सभी चीजों को जमा करता है और फिर जिंदगी वहीं बिताता है.

 

पहले के समय में लोगों को रहने के लिए सिर्फ खेती करने भर की जगह चाहिए होती थी. लेकिन आज के समय में इंसान को कई तरह की जरुरत पड़ती है. किसी भी जगह को रहने लायक बनाने के लिए इंसान वहां स्कूल से लेकर पार्क तक बनाता है. इन जगहों पर मौजूद सुविधाओं को देखते हुए कई लोग बसने लगते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां कई सुविधाएं हैं लेकिन रहने के लिए सिर्फ एक इंसान है.

 

हम बात कर रहे हैं अमेरिका के नेब्रास्का स्टेट में बसे मोनोवी गांव के बारे में. जहां आमतौर पर किसी भी गांव में सौ से दो सौ की जनसँख्या रहती है, वहीं इस गांव में मात्र एक महिला रहती है. ये महिला भी काफी बुजुर्ग है और ऐसा माना जा रहा है कि अगर उसकी मौत हो जाएगी तो ये गांव वीरान हो जाएगा. इस गांव को दुनिया में चर्चा भी इसी वजह से मिली क्यूंकि 2004 से अभी तक यहां की जनसंख्या एक ही रह गई है.

 

2004 से है अकेली

 

अगर इतिहास के बारे में जानें, तो नेब्रास्का का ये गांव 2004 में सिंगल जनसंख्या के साथ रह रहा है. यहां आम इंसान की जरुरत की हर चीज है. यहां रेस्त्रां है, बार है लेकिन इसके बाद भी यहां सिर्फ एक ही शख्स रहता है. यहां रहने वाली महिला का नाम एल्सी आयलर है. अभी उसकी उम्र करीब 86 साल है. एल्सी ही इस गांव का सारा काम करती है. वो इस गांव में बारटेंडर का भी काम करती है और वो खुद ही यहां की मेयर भी है. पहले वो यहां अपने पति के साथ रहती थी. लेकिन उसकी मौत के बाद से एल्सी अकेली रह गई है.

 

घूमने आते हैं टूरिस्ट

 मोनोवी गांव करीब 54 हेक्टेयर में फैला है. रिपोर्ट्स एक मुताबैक, 1930 तक इस गांव में करीब डेढ़ सौ लोग रहते थे. लेकिन धीरे-धीरे यहां के लोग बाहर जाते गए और इसके बाद से लोगों की संख्या कम होती गई. 1980 तक यहां सिर्फ 18 लोग बचे रह गए. धीरे धीरे संख्या और कम हो गई और अब तो कई सालों से यहां सिर्फ एक ही महिला रह गई. अब इस गांव में हर साल कई टूरिस्ट्स आते हैं और यहां एन्जॉय कर चले जाते हैं. उन्हें सर्व करने के लिए भी एल्सी ही मौजूद रहती है.

 

 


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