बोलता गांव डेस्क।।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का सामना कर रहे छत्तीसगढ़ को बड़ी राहत मिली है। रविवार को प्रदेश भर में 21,139 सैंपल लिए गए। इसमें 976 नए मरीज मिले। पूरे 33 दिन बाद ऐसा हुआ है जब मरीजों की संख्या एक हजार से कम रही है। इससे पहले 3 जनवरी को 698 नए मरीज मिले थे। उस दिन 27 हजार नमूने लिए गए थे। संक्रमण दर भी घटकर 4.62% हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, 4 जनवरी को मरीजों की संख्या 1059 हो चुकी थी। उसके बाद से कभी भी मरीजों की संख्या एक हजार या उससे नीचे नहीं पहुंची। यह तीसरी लहर के प्रभावी हो जाने का संकेत था। 22 जनवरी के बाद केस स्थिर होने शुरू हुए हैं। 5 फरवरी को 33 हजार सैंपल लिए थे, वहीं एक हजार 764 नए मरीजों की पुष्टि हुई।
रविवार को प्रदेश भर में 1241 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। इनमें से 61 लोगों को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया है। मार्च 2020 यानी कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अब तक प्रदेश में 11 लाख 39 हजार 175 लाेग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं।
प्रदेश में 9 मरीजों की जान गई
छत्तीसगढ़ में कोरोना से मौत का आंकड़ा अभी भी चिंता का कारण बना हुआ है। रविवार को भी 9 मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 7 मौतें कोमॉर्बिडिट के तौर पर दर्ज की गई है। इनमें से दुर्ग में 3 और रायपुर में 2 लोगों की जान गई। राजनांदगांव, बलौदा बाजार, बस्तर और कोण्डागांव के एक-एक मरीज की मौत हुई है। 5 फरवरी को 14 मरीजों की मौत हुई थी। प्रदेश में अब तक 13 हजार 937 लाेगाें की जान इस महामारी की वजह से जा चुकी है।
दुर्ग में सबसे अधिक, सुकमा-नारायणपुर में कोई मरीज नहीं मिला
स्वास्थ्य विभाग ने बताया, 'रविवार को सबसे अधिक 198 मरीज दुर्ग में मिले हैं। रायपुर में 145 और राजनांदगांव-कांकेर में 71-71 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। बस्तर संभाग के सुकमा और नारायणपुर जिलों में कोई नया मरीज नहीं मिला है। वहीं बिलासपुर संभाग के मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और दुर्ग के बेमेतरा जिले में एक-एक नए मरीज की पुष्टि हुई है।'